उदयपुर के कुराबड़ गांव की रहने वाली कुसुम की कहानी कुछ ऐसी है कि 6 माह पूर्व कुसुम का उसका बड़ा भाई पड़ोस के किसी गांव की लड़की के साथ भाग गया था .. ऐसे में भाई के गांव से भागने के बाद कुसुम के मा-बाप पर कुछ लोग दबाव बनाने लगे। जिसके बाद बदनामी के डर से 6 माह पूर्व उसके मां-बाप भी गांव को छोड़ चले गए। उसके बाद से 13 साल की कुसुम मीणा अपने चारों छोटे भाई-बहनों की देखभाल कर रही है। वो हर रोज दिहाड़ी मजदूरी कर किसी तरह 200-250 रुपयों का जुगाड़ करती है और इसी से छोटे भाई-बहनों की पढ़ाई और अपने बीमार भाई का खर्च भी उठाती है।
मां-बाप तो बदनामी के डर से भाग गए, अब 13 साल की बेटी पाल रही 4 भाई-बहनों को, वजह जानकर रह जाओगे दंग