इंटरनेट डेस्क। देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में कई ऐसे कार्य हुए हैं जिनके कारण देश को उन पर गर्व होगा, लेकिन कुछ कार्यों के कारण हमेशा से ही उनकी आलोचना होती रहती है।
उनमें से एक उनके प्रधानमंत्री कार्यकाल में करवाया गया नसबंदी अभियान है। इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी द्वारा चलाए गए इस अभियान के कारण देश में एक समय जबरदस्त हलचल पैदा हो गई थी।इस अभियान के दौरान कॉलेज के छात्रों से लेकर गांव के लोगों को भी नहीं बख्शा गया था।
आपातकाल के दौरान चलाए गए इस अभियान को पूरा करने के लिए संजय गांधी पूरी तरह से प्रतिबद्ध थे। इसके तहत पुलिस ने गांवों के गांव घेरकर पुरुषों की जबरदस्ती नसबंदी करवाई थी।
हमेशा से ही इस बात पर चर्चा होती रहती है कि आखिर किस कारण से ये अभियान संजय गांधी के लिए विशेष बन गया था।कहा जाता है कि संजय गांधी ने देश का बड़ा नेता बनने की महत्वाकांक्षा के कारण इस अभियान पर विशेष जोर दिया था। वह अपनी विशेष पहचान बनाना चाहते थे। वैसे ये भी कहा जाता है कि देश में बढ़ती जनसंख्या को रोकने के अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलत संजय गांधी ने इस पर विशेष जोर दिया था।