मुंबई जाने की लाख वजहें हो सकती हैं. समंदर से लेकर मौसम तक, पैसों से लेकर सुरक्षा तक. लेकिन जाने से पहले वहां का ट्रैफ़िक ज़रूर समझ लें. क्योंकि मुंबई का ट्रैफ़िक वो एग्ज़ाम सेंटर है जो इस शहर के लिए आपके प्यार की पूरे मन से परिक्षा लेता है. अगर पास हुए तो शहर आपका.
कैब कंपनी Uber ने मुंबई के ट्रैफ़िक से जुड़े कुछ आंकड़े दिए हैं. इस ‘Movement Data’ के हिसाब से मुंबई के लोग सालभर में औसतन 11 दिन ट्रैफ़िक जाम में फंसकर बर्बाद कर देते
हैं. सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और न्यूयॉर्क के मुक़ाबले वक्त की बर्बादी का ये आंकड़ा दोगुना है.
Uber का गणित कहता है कि मुंबई के एयरपोर्ट से साउथ मुंबई की तरफ़ सफ़र करने में औसतन डेढ़ घंटे लगते हैं, जबकि इतनी ही दूर शंघाई के सिटी सेंटर से एयरपोर्ट जाने में उसका आधा वक़्त लगता है. शंघाई और मुंबई के ट्रैफ़िक का ये आंकड़ा मुंबई वालों को सोचने के लिए मजबूर करता है.
# और क्या कहती है Uber रिपोर्ट
ये आंकड़े साल 2016 से साल 2018 के बीच ऊबर के डाटा साइंस विभाग ने रिकॉर्ड किए हैं. इस हिसाब से मुंबई का ट्रैफ़िक दुनिया के कुछ बदहाल ट्रैफ़िक में से एक है. आंकड़े बताते हैं कि मुंबई ट्रैफ़िक जाम और सफ़र में लगने वाले ग़ैरज़रूरी समय की वजह से हर साल अपना आर्थिक नुकसान कर रही है. हर दिन मुंबई में सफ़र करने वालों को इस बुरे ट्रैफ़िक की कीमत चुकानी पड़ रही है. हर दिन सड़क पर चलने वालों को इस ट्रैफ़िक की वजह से औसतन 265 रुपए का पेट्रोल ज़्यादा फूंकना पड़ता है.