बजट का 50%प्रतिशत लघु समाचार पत्रों पर ख़र्च करने का है प्रावधान
भोपाल- सरकार की जनकल्याकारी योजनाओ के प्रचार प्रसार के लिए जनसंपर्क विभाग विज्ञापन जारी करता है इसके लिए बाकायदा सरकार बजट उपलब्ध कराती है इस बजट का 50%प्रतिशत लघु समाचार पत्रों पर ख़र्च करने का प्रावधान है !
अभी तक की प्रदेश सरकारो मे जनसंपर्क विभाग इस नियम का पालन करता रहा है पर मध्यप्रदेश मे कॉंग्रेस की सरकार बनाने के बाद जनसंपर्क संचालनालय के कमीशनबाज़ अधिकारियों ने इस नियम को तार तार किया है इस नियम को तोड़कर मुख्यमंत्री कमलनाथ की छवि को बदनाम किया जा रहा है !
लघु समाचार पत्रों की क्षेणी मे आने वाले साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक एवं छोटे दैनिक शामिल है इनको छोटे एवं मझोले भी कहा जाता है इन समाचार पत्रों ने ही आज़ादी की लड़ाई मे महत्त्वपूर्ण योगदान दिया था ! कॉंग्रेस की कमलनाथ सरकार इन लघु समाचार पत्रों की हत्या करने पर तुली हुई है !म प्र स्थापना दिवस और राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर भी इन लघु समाचार पत्रों को विज्ञापनो से मेहरूम रखा, इतना ही नही प्रदेश सरकार इन लघु समाचार पत्र, पत्रिकाओं का पूर्व का भुगतान भी अटकाए हुए है !
समय समय पर जारी होने दैनिक सूची के समाचार पत्रों के विज्ञापनो पर भी कमीशनबाज़ अधिकारियों की पलालची नज़र रहती है ! हर छोटा बड़ा जारी होने वाला विज्ञापन का इन विज्ञापन शाखा के कमीशनबाज़ अधिकारियों को नगद कमीशन चाहिए होता है ! तब ही विज्ञापन दिया जाता है , जो अख़बार वाला कमीशन देने मे असमर्थ है उसे विज्ञापन नही दिया जाता ! कुछ चुनिंदा अख़बारो को ही मोटा विज्ञापन दिया जा रहा है ! मध्यप्रदेश सरकार और जनसम्पर्क विभाग की दमनकारी नीतियों के खिलाफ पत्रकारों मे रोष ।
सागर। राजधानी भोपाल के बाद अब धीरे-धीरे प्रदेशभर के पत्रकारों में सरकार और जनसम्पर्क विभाग की दमनकारी नीतियों के चलते गुस्सा फूटने लगा है। पिछले दिनों इन्दौर,उज्जैन और जबलपुर में पत्रकारों द्वारा समाचार पत्रों के खिलाफ अपनाई जा रही भेदभाव पूर्ण नीति के खिलाफ समस्त पत्रकारों ने प्रशासन को ज्ञापन सौप कर विरोध दर्ज कराया था,अब सागर संभाग के पत्रकार एकजुट होकर आगामी मार्च माह में प्रिंट मीडिया जर्नलिस्ट एसोसियेशन (पीएमजेए ) बेनर तले सागर संभाग के अध्यक्ष कांशीराम रैकवार के नेतृत्व मे मध्यप्रदेश के जनसम्पर्क मन्त्री पीसी शर्मा तथा जनसम्पर्क आयुक्त पी नरहरी का पुतला दहन करेंगे। इन पत्रकारों का कहना है कि जब से पीसी शर्मा को जनसम्पर्क मन्त्री बनाया है तभी से लघु एवं मध्यम समाचार पत्र पत्रिकाओ के साथ भेदभाव किया जा रहा है साथ ही जनसम्पर्क विभाग के आईएएस अधिकारी पी नरहरी गलत नीति निर्धारण कर अलग-अलग तरीकों से पत्रकारों को परेशान कर रहे है। सागर संभाग के पत्रकार एकजुट होकर सरकार के खिलाफ आन्दोलन के लिए मैदान मे उतर आये है। वहीं प्रिंट मीडिया जर्नलिस्ट एसोसियेशन (पीएमजेए) के राष्ट्रीय अध्यक्ष परवेज भारतीय ने जनसम्पर्क विभाग के काले कारनामों को लेकर लोकायुक्त का रूख कर लिया है। पिछले दिनों जनसम्पर्क सॅचालनालय के सामने पत्रकारों के धरना-प्रदर्शन का कोई असर होता नहीं दिखाई दे रहा है। इससे भोपाल में फिर से आन्दोलन की तैयारियां शुरू हो गई है।
कांशीराम रैकवार
अध्यक्ष सागर संभाग
प्रिंट मीडिया जर्नलिस्ट एसोसियेशन (पीएमजेए )