उत्तरी सीरिया में तुर्की की सैन्य कार्रवाई पर चीन और पाकिस्तान के बीच मतभेद पैदा हो गए हैं। चीन ने जहां तुर्की से कुर्द लड़ाकों के खिलाफ हमला रोकने के लिए कहा है। वहीं, पाकिस्तान ने हमले का समर्थन किया है। इससे दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास आ सकती है। इस बीच उत्तरी सीरिया में तुर्की के सैन्य अभियान पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। तुर्की पर प्रतिबंध लगाते हुए उन्होंने इस पश्चिम एशियाई देश को तुरंत संघर्ष विराम करने को कहा है। वहीं, तुर्की ने उत्तरी सीरिया पर हमला और तेज कर दिया है। मंगलवार को उसने मांब्जी शहर के पास के इलाकों में बम गिराए। सीरिया पर हमले के बाद ब्रिटेन और स्पेन ने भी तुर्की को हथियारों के निर्यात को निलंबित कर दिया है
रूस और अमेरिका के बाद मध्य एशिया में चल रही राजनीति में चीन और पाकिस्तान भी आमने आ गए हैं। उत्तरी सीरिया में तुर्की की सैन्य कार्रवाई का चीन ने जबरदस्त विरोध किया है। वहीं, चीन के मित्र पाकिस्तान ने चीन के विरुद्ध जाकर इस हमले का समर्थन किया है। तुर्की को लेकर दोनों देशों के बीच संबंधों पर क्या असर पड़ेगा यह तो वक्त बताएगा, फिलहाल इस मामले में दोनों देश आमने-सामने हैं। पाकिस्तान का तुर्की प्रेम जगजाहिर है। कश्मीर मसले पर तुर्की ने खुलकर पाक का समर्थन किया था।